December 22, 2024

उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन से संगीत की दुनिया में एक अपूरणीय शून्यता – सीएम फडणवीस

नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को नागपुर में विधानसभा सत्र के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि प्रसिद्ध तबला वादक और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन से संगीत की दुनिया में एक अपूरणीय शून्यता पैदा हो गई है। फडणवीस ने अपना दुख व्यक्त करते हुए भारतीय शास्त्रीय संगीत में हुसैन के बेजोड़ योगदान और तबला वादन को अंतरराष्ट्रीय मंच पर ले जाने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डाला।

हुसैन की प्रस्तुतियों से तीन पीढ़ियों तक दर्शकों मंत्रमुग्ध

फडणवीस ने कहा, “उनके जाने से जो शून्यता पैदा हुई है, वह उस खामोशी के समान है जो तबले की लय के फीके पड़ जाने के बाद पैदा होती है। जाकिर हुसैन ने तबला वादन को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी और अपनी मंत्रमुग्ध कर देने वाली प्रस्तुतियों से तीन पीढ़ियों तक दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।’ हुसैन की अनूठी शैली पर विचार करते हुए फडणवीस ने कहा, ‘उनकी मंचीय उपस्थिति, उनके हाथों का जादू और उनकी मनमोहक कलाकारी किसी महफिल से कम नहीं थी। उन्हें प्रदर्शन करते देखना सौभाग्य की बात थी। उन्होंने लाखों युवा प्रतिभाओं को प्रेरित करने में उस्ताद की भूमिका निभाई। उनकी वजह से कई युवा तबला वादन की ओर आकर्षित हुए। हर कोई जाकिर हुसैन जैसा बनना चाहता था।’

उनकी शिक्षाएं और विरासत हमेशा बनी रहेगी

फडणवीस ने हुसैन के निधन को एक ऐसा नुकसान बताया जिसकी भरपाई कभी नहीं की जा सकती और आश्वासन दिया कि उनकी शिक्षाएं और विरासत हमेशा बनी रहेंगी। हालांकि, उन्होंने लाइव परफॉरमेंस में आई कमी पर दुख जताते हुए कहा, ‘वे अब महफिल की शोभा नहीं बढ़ाएंगे और यह दर्द हमारे साथ रहेगा।’ मुख्यमंत्री ने हुसैन के परिवार के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की, उन्होंने दिग्गज कलाकार को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, ‘हम इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़े हैं।’