भंडारा: भंडारा जिले के पवनी तहसील के धानोरी गांव में स्थित बलिराम गोशाला में चारा और पानी के अभाव 30 मवेशियों की मौत हो गई। इस घटना के सामने आने के बाद पशुसंवर्धन विभाग और गोशाला संचालक की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
गढ़चिरोली जिले के कुरखेड़ा पुलिस ने कत्लखाना भेजे जा रहे इन गोवंश को तस्करों से बचाकर इस गौशाला में रखा था। लेकिन गौशाला के संचालक ने इन मवेशियों को ठीक से चारा पानी नहीं दिया, जिसकी वजह से 30 गायों की रात में मौत हो गई। वहीं, कई और गायों की हालत खराब है। इस मामले में पवनी पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद गौशाला के एक संचालक को हिरासत में लिया है।
खास बात यह है कि गौशाला संचालकों को अपने पास आने वाले मवेशियों को रखने के लिए शेड, पानी और चारे की व्यवस्था करनी होती है। वहीं इस गौशाला में न तो शेड था और न ही यहां मवेशियों को चारा-पानी दिया गया। यह मामला सामने आने के बाद अब पशु संवर्धन विभाग पर भी सवाल उठ रहे हैं।
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