पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सोमवार को भाजपा और आरएसएस पर कटाक्ष किया। दरअसल, उन्होंने दावा किया कि यदि भाजपा-आरएसएस के एजेंडे के अनुसार संविधान में संशोधन किया गया, तो यह संसदीय लोकतंत्र, संघवाद, अल्पसंख्यकों के अधिकारों का अंत होगा और दो आधिकारिक भाषाओं में से एक अंग्रेजी का अंत हो जाएगा।
भाजपा सांसद के बयान पर दी प्रतिक्रिया
इसके पहले भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े ने कहा था कि उनकी पार्टी को संविधान में संशोधन के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत है, जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए चिदंबरम की यह टिप्पणी की है। दरअसल, छह बार के लोकसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री, हेगड़े अपने कट्टर विचारों के लिए जाने जाते हैं और उनकी टिप्पणियों ने पहले भी विवादों को जन्म दिया है।
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